Friday, March 19, 2010

JOY - नाम ही काफी है

अहसास हुआ मुझे भी
पर इस अहसास का आभास अनायास है
यूँ तो मिला बहुत लोगों से
पर इस वन्दे में कुछ खास है |

शांतचित, स्पस्ट विचार
मनमोहक जिसका व्यवहार
निश्छल, निष्कपट, निर्भेदी है वो
काया से झलकती है सुसंस्कृत संस्कार |

मुख मंडल पर तेज
आँखों में छलकता प्यार
स्पष्ट वादिता जिसका हथियार
मदद के लिए सदैव तत्पर और तैयार |

इतने सदगुण हो गर किसी में
फिर कैसे न कोई आकर्षित हो
अगर साथ मिल जाए उसका
फिर मन क्यों ना प्रफुल्लित और हर्षित हो |

मेरी तो बस यही दुआ है
की आपके सपनों को साकार रूप मिले
आपके जीवन की बगिया में
जल्द ही नन्हा सा एक फुल खिले |